Description
12 मुखी रुद्राक्ष एक अत्यधिक शक्तिशाली और दुर्लभ रुद्राक्ष है, जो भगवान सूर्य (सूर्य देवता) के बारह रूपों का प्रतिनिधित्व करता है। इसे “सूर्य देवता” का रुद्राक्ष भी कहा जाता है और यह एक बहुत ही पवित्र और शुभ रुद्राक्ष माना जाता है। यह रुद्राक्ष व्यक्ति के जीवन में ऊर्जा, आत्म-विश्वास और नेतृत्व क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
शारीरिक विशेषताएँ:
- इसमें 12 प्राकृतिक मुख होते हैं, जो सूर्य के बारह रूपों का प्रतीक होते हैं।
- यह रुद्राक्ष आमतौर पर अंडाकार या गोल आकार में होता है।
महत्व:
- 12 मुखी रुद्राक्ष सूर्य देव के रूपों का प्रतिनिधित्व करता है, जो पृथ्वी पर सभी जीवन और ऊर्जा का स्रोत माने जाते हैं। यह रुद्राक्ष सूर्य की दिव्य ऊर्जा को प्रवाहित करता है, जिससे व्यक्ति की जीवनशक्ति और स्वस्थता में वृद्धि होती है।
- यह रुद्राक्ष आत्म-विश्वास, नेतृत्व क्षमता, और सकारात्मकता को बढ़ाता है।
- यह आध्यात्मिक उन्नति में भी सहायक है, जिससे व्यक्ति अपने जीवन के उद्देश्य और आत्मज्ञान को पहचानता है।
12 मुखी रुद्राक्ष के लाभ:
- आत्म-विश्वास और नेतृत्व क्षमता: यह रुद्राक्ष पहनने वाले के नेतृत्व गुणों को प्रबल करता है और आत्म-विश्वास में वृद्धि करता है।
- स्वास्थ्य में सुधार: यह शारीरिक और मानसिक ऊर्जा को बढ़ाता है, जिससे व्यक्ति के स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- आध्यात्मिक ऊर्जा: 12 मुखी रुद्राक्ष पहनने से व्यक्ति की आध्यात्मिक ऊर्जा में वृद्धि होती है और वह साधना में अधिक ध्यान केंद्रित कर पाता है।
- विघ्नों का नाश: यह जीवन में आने वाली समस्याओं और विघ्नों को दूर करने में सहायक है।
- धन और समृद्धि: यह रुद्राक्ष व्यक्ति को वित्तीय समृद्धि और करियर में सफलता दिलाने में सहायक होता है।
- आत्म-मूल्य और आकर्षण: यह रुद्राक्ष पहनने से व्यक्ति का आकर्षण बढ़ता है और वह समाज में अधिक सम्मानित होता है।
किसे पहनना चाहिए 12 मुखी रुद्राक्ष?
- जो लोग नेतृत्व की भूमिका में हैं, जैसे व्यापारी, राजनेता, या प्रबंधक, उन्हें इस रुद्राक्ष से विशेष लाभ मिल सकता है।
- वे लोग जो स्वास्थ्य और ऊर्जा में सुधार चाहते हैं।
- जो लोग आध्यात्मिक उन्नति और ध्यान में वृद्धि चाहते हैं।
- वे लोग जो जीवन में आने वाली कठिनाइयों और विघ्नों का सामना कर रहे हैं, उनके लिए भी यह रुद्राक्ष लाभकारी हो सकता है।
12 मुखी रुद्राक्ष पूजा विधि (Pooja Vidhi)
12 मुखी रुद्राक्ष के लाभों को प्राप्त करने के लिए सही पूजा विधि का पालन करना आवश्यक है। यहाँ 12 मुखी रुद्राक्ष की पूजा करने की विधि दी गई है:
- रुद्राक्ष की सफाई:
- सबसे पहले रुद्राक्ष को शुद्ध जल से धोकर साफ करें और मुलायम कपड़े से सुखाएं।
- यदि रुद्राक्ष नया है, तो इसे थोड़ी देर के लिए दूध में डुबोकर फिर से साफ पानी से धो सकते हैं।
- पूजा स्थान तैयार करें:
- एक स्वच्छ स्थान पर पूजा करने के लिए लाल या पीली चादर बिछाएं।
- रुद्राक्ष को सूर्य देवता की प्रतिमा या चित्र के सामने रखें।
- संकल्प (Intention Setting):
- पूजा शुरू करने से पहले कुछ क्षणों के लिए शांत बैठकर अपने मन में पूजा का संकल्प लें। आप क्या चाहते हैं, यह साफ तौर पर सोचें।
- मंत्र “ॐ सूर्याय नमः” का जाप करें और कुछ मिनटों के लिए ध्यान करें।
- फूल और धूप अर्पित करें:
- धूप (इंसेन्स) या दीपक जलाकर वातावरण को शुद्ध करें।
- ताजे फूल अर्पित करें और रुद्राक्ष के साथ सूर्य देवता की पूजा करें।
- मंत्रों का जाप:
- रुद्राक्ष को हाथ में लेकर निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें:
- “ॐ सूर्याय नमः” (यह मंत्र सूर्य देवता से जुड़ा हुआ है और 12 मुखी रुद्राक्ष के लिए शक्तिशाली है।)
- महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी कर सकते हैं:
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्युोर् मुक्षीय मा अमृतात्”
(यह मंत्र शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।)
- रुद्राक्ष को हाथ में लेकर निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें:
- पूजा विधि:
- दीपक (दीया) जलाएं और उसे रुद्राक्ष के पास रखें।
- रुद्राक्ष को दूध या जल अर्पित करें।
- धूपबत्तियां जलाएं और रुद्राक्ष के चारों ओर घुमा कर पूजा करें।
- ताजे फूल अर्पित करें और 108 बार मंत्र का जाप करें।
- विशेष इच्छाओं के लिए प्रार्थना:
- यदि आप किसी विशेष इच्छा के लिए पूजा कर रहे हैं, तो इस दौरान अपनी प्रार्थना करें।
- आप संकल्प ले सकते हैं कि इस रुद्राक्ष को विशेष समय तक पहनेंगे या इसे भगवान को समर्पित करेंगे।
- पूजा समाप्ति:
- पूजा समाप्त करने के बाद भगवान सूर्य का धन्यवाद करें और आभार व्यक्त करें।
- रुद्राक्ष को एक सुरक्षित स्थान पर रखें (जैसे कपड़े के पाउच में), जब इसे न पहना जा रहा हो।
- नियमित पूजा:
- यह रुद्राक्ष पहनने से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए नियमित रूप से पूजा करें, विशेष रूप से रविवार को क्योंकि यह सूर्य का दिन है।
- रुद्राक्ष को साफ रखें और आदरपूर्वक संभालें।
निष्कर्ष:
12 मुखी रुद्राक्ष सूर्य देवता के दिव्य रूपों का प्रतीक है और इसे पहनने से व्यक्ति को स्वास्थ्य, आत्म-विश्वास, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक सम्मान में वृद्धि होती है। इस रुद्राक्ष को सही पूजा विधि से पहनने और आदर देने से जीवन में सुख, समृद्धि, और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त हो सकती है।





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