Description
आठ धातु राम परिवार मूर्ति (Asthadhatu Ram Parivar Murti) हिंदू धर्म में एक पवित्र और अत्यंत शुभ मूर्ति मानी जाती है। यह मूर्ति भगवान राम, माँ सीता, भगवान लक्ष्मण, और भगवान हनुमान के रूपों से निर्मित होती है, जिन्हें राम परिवार के रूप में पूजा जाता है। यह मूर्ति आठ धातुओं से बनाई जाती है, जो इसे अत्यधिक शक्तिशाली और शुभ बनाती है। राम परिवार के इस रूप को घर में स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि, और मानसिक शांति आती है।
आठ धातु (Asthadhatu) क्या हैं?
आठ धातु (Asthadhatu) का मतलब होता है आठ प्रकार की धातुओं का मिश्रण। इन धातुओं में निम्नलिखित शामिल होती हैं:
- सोना (Gold)
- चांदी (Silver)
- तांबा (Copper)
- लोहा (Iron)
- पीतल (Brass)
- जस्ता (Zinc)
- संगमरमर (Marble)
- पारद (Mercury)
इन आठ धातुओं का मिश्रण राम परिवार की मूर्ति को न केवल शारीरिक रूप से मजबूत बनाता है, बल्कि इसे विशेष रूप से शुभ और शक्तिशाली भी बना देता है। इस मूर्ति के माध्यम से भगवान राम और उनके परिवार के आशीर्वाद से जीवन में शांति, समृद्धि, और सुख आता है।
आठ धातु राम परिवार मूर्ति के लाभ:
- धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति: आठ धातु राम परिवार की मूर्ति घर में रखने से व्यक्ति को आध्यात्मिक उन्नति मिलती है। यह मन, शरीर और आत्मा को शांति प्रदान करती है और धार्मिक यात्रा में सहायक होती है।
- धन और समृद्धि: इस मूर्ति के आशीर्वाद से घर में आर्थिक समृद्धि और स्थिरता आती है। यह धन और संसाधनों के प्रवाह को बेहतर बनाती है और व्यक्ति के जीवन में समृद्धि लाती है।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार: राम परिवार की मूर्ति घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करके घर के वातावरण को पवित्र और शांत रखती है।
- कष्टों से मुक्ति: भगवान राम और उनके परिवार के आशीर्वाद से जीवन की सभी कठिनाइयों और समस्याओं से मुक्ति मिलती है। यह मूर्ति व्यक्ति को मानसिक शांति और स्थिरता देती है।
- सुख और शांति: राम परिवार की पूजा से परिवार में सुख, शांति और सामंजस्य बढ़ता है। यह परिवार के सभी सदस्यां के बीच प्यार और सहयोग बढ़ाती है।
- ग्रहों और दोषों से मुक्ति: इस मूर्ति की पूजा से व्यक्ति के जीवन में आने वाले ग्रहों और दोषों के प्रभाव को कम किया जा सकता है। यह विशेष रूप से मंगल, केतु, और राहु जैसे ग्रहों के प्रभाव से मुक्ति दिलाती है।
- सच्चे आस्थावान बनने में मदद: राम परिवार की मूर्ति व्यक्ति में सत्य और धर्म की भावना को जागृत करती है। यह व्यक्ति को ईमानदारी, साहस और सत्य के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है।
आठ धातु राम परिवार मूर्ति की पूजा विधि (Pooja Vidhi):
- पूजा स्थल तैयार करें:
- सबसे पहले, एक स्वच्छ और पवित्र स्थान पर लाल या पीली चादर बिछाएं। राम परिवार की मूर्ति को इस स्थान पर रखें। पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे दीपक, अगरबत्ती, फूल, जल, चंदन, और भोग तैयार करें।
- मूर्ति की सफाई:
- मूर्ति को हल्के से साफ करें ताकि कोई भी धूल या गंदगी हट जाए। इसे शुद्ध जल से धो सकते हैं या मुलायम कपड़े से पोंछ सकते हैं।
- दीपक और धूप अर्पित करें:
- दीपक (दीया) जलाएं और अगरबत्ती (धूप) अर्पित करें। इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और भगवान राम के प्रति श्रद्धा व्यक्त होती है।
- मंत्रों का जाप करें:
- राम परिवार की पूजा के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें:
- “ॐ रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे। रघुनाथाय नाथाय सीतायाह पतये नमः॥”
- “ॐ श्रीराम जयराम जय जय राम” (राम का मंत्र)
- “ॐ हं हनुमते नमः” (हनुमान जी का मंत्र)
- राम परिवार की पूजा के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें:
- फूल और भोग अर्पित करें:
- भगवान राम, माँ सीता, भगवान लक्ष्मण, और भगवान हनुमान को ताजे फूल अर्पित करें। उनके पसंदीदा भोग अर्पित करें, जो आमतौर पर फल, मिठाई, और ताजे पकवान हो सकते हैं।
- आरती करें:
- पूजा के बाद राम परिवार की आरती करें। आप “राम सियाराम सियाराम जय जय राम” जैसी पारंपरिक आरती का उच्चारण कर सकते हैं।
- प्रार्थना करें:
- अंत में, भगवान राम और उनके परिवार से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करें। प्रार्थना में जीवन में सुख, शांति, समृद्धि, और मानसिक शांति की कामना करें।
- नियमित पूजा:
- इस पूजा को विशेष रूप से रविवार, राम नवमी, या नवरात्रि के समय पर करें। नियमित पूजा से राम परिवार के आशीर्वाद से जीवन में सुख और समृद्धि का अनुभव होता है।
Reviews
There are no reviews yet.