Description
Ashtadhatu Navaratna Ring
Ashtadhatu Navaratna Ring is a unique and auspicious piece of jewelry that combines the significance of eight metals (Ashtadhatu) and the nine precious gemstones (Navaratna). This ring is believed to bring balance, harmony, and prosperity to the wearer.
Key Components:
- Ashtadhatu: Composed of eight metals, traditionally including gold, silver, copper, zinc, lead, iron, tin, and mercury. The combination is said to enhance the positive energy of the ring.
- Navaratna: The nine gemstones typically include:
- Ruby (Manik)
- Pearl (Moti)
- Red Coral (Moonga)
- Emerald (Panna)
- Yellow Sapphire (Pukhraj)
- Diamond (Heera)
- Blue Sapphire (Neelam)
- Hessonite (Gomed)
- Cat’s Eye (Lehsunia)
Benefits:
- Positive Energy: Balances the energies of the planets represented by the gemstones.
- Health and Well-being: Promotes physical and emotional health.
- Wealth and Prosperity: Attracts wealth and success in endeavors.
- Protection: Shields the wearer from negative energies and influences.
अष्टधातु नवरत्न अंगूठी
अष्टधातु नवरत्न अंगूठी एक अनूठा और शुभ आभूषण है, जो आठ धातुओं (अष्टधातु) और नौ कीमती रत्नों (नवरत्न) का संयोजन है। यह अंगूठी पहनने वाले के लिए संतुलन, सामंजस्य और समृद्धि लाने के लिए जानी जाती है।
प्रमुख तत्व:
- अष्टधातु: यह आठ धातुओं से बनी होती है, जिनमें सोना, चाँदी, तांबा, जस्ता, सीसा, लोहे, टिन और पारा शामिल हैं। ये धातुएं मिलकर अंगूठी की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती हैं।
- नवरत्न: नौ रत्नों में शामिल हैं:
- Ruby (माणिक)
- Pearl (मोती)
- Red Coral (मूंगा)
- Emerald (पन्ना)
- Yellow Sapphire (पुखराज)
- Diamond (हीरा)
- Blue Sapphire (नीलम)
- Hessonite (गोमेद)
- Cat’s Eye (लेहसुनिया)
फायदे:
- सकारात्मक ऊर्जा: रत्नों द्वारा प्रतिनिधित्व किए गए ग्रहों की ऊर्जा को संतुलित करता है।
- स्वास्थ्य और कल्याण: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
- धन और समृद्धि: धन और सफलता को आकर्षित करता है।
- सुरक्षा: पहनने वाले को नकारात्मक ऊर्जा और प्रभावों से बचाता है।
पूजा विधि:
- तैयारी:
- एक साफ और शांत स्थान चुनें।
- सामग्री इकट्ठा करें: अष्टधातु नवरत्न अंगूठी, फूल, अगरबत्ती और एक दीपक।
- पूजा प्रारंभ करें:
- दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
- अंगूठी को एक साफ कपड़े या थाली पर रखें।
- उसके चारों ओर फूल चढ़ाएं।
- मंत्र का जाप:
- अंगूठी को पकड़कर निम्नलिखित मंत्र का जाप करें:
- “ॐ नवरत्नाय नमः”
- इसे 108 बार दोहराएं।
- अंगूठी को पकड़कर निम्नलिखित मंत्र का जाप करें:
- प्रसाद अर्पित करें:
- जाप के बाद भगवान को फल या मिठाई का प्रसाद अर्पित करें।
- धन्यवाद:
- पूजा के अंत में भगवान का धन्यवाद करें और अपनी इच्छाएँ व्यक्त करें।
नोट:
- अंगूठी को नियमित रूप से पहनने से इसके प्रभाव अधिकतम होते हैं।
- इसे शुक्रवार या किसी शुभ समय पर पहनना बेहतर होता है।
अष्टधातु नवरत्न अंगूठी न केवल एक सुंदर आभूषण है, बल्कि यह कल्याण और समृद्धि के लिए एक शक्तिशाली तावीज़ भी है।
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