Description
9 Mukhi Rudraksha को भगवान दुर्गा और भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है। यह रुद्राक्ष विशेष रूप से शक्ति, साहस, और आत्मविश्वास प्रदान करने वाला होता है। 9 मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है और जीवन में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करता है। यह रुद्राक्ष धन, सुख, समृद्धि, और मानसिक शांति प्राप्त करने में सहायक है।
9 मुखी रुद्राक्ष का महत्व:
- भगवान दुर्गा का आशीर्वाद: यह रुद्राक्ष विशेष रूप से भगवान दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए माना जाता है, जो सभी प्रकार के संकटों और विघ्नों को नष्ट करती हैं।
- आध्यात्मिक उन्नति: यह रुद्राक्ष व्यक्ति को आध्यात्मिक रूप से जागरूक करता है और जीवन में संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
- धन और समृद्धि: यह रुद्राक्ष धन, समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति में सहायक होता है।
- शक्ति और साहस: 9 Mukhi Rudraksha व्यक्ति को शक्ति और साहस प्रदान करता है, ताकि वह जीवन के कठिन संघर्षों का सामना कर सके।
9 मुखी रुद्राक्ष की पूजा विधि:
- स्वच्छ स्थान पर पूजा करें: सबसे पहले एक स्वच्छ और शांत स्थान पर आसन बिछाएं और वहां 9 मुखी रुद्राक्ष रखें।
- रुद्राक्ष की शुद्धि: रुद्राक्ष को शुद्ध जल या गंगाजल से धोकर साफ करें। इससे रुद्राक्ष की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है।
- दीपक और अगरबत्ती जलाएं: पूजा स्थल पर दीपक और अगरबत्ती (धूप) लगाएं। यह वातावरण को शुद्ध करता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
- रुद्राक्ष पर ताजे फूल अर्पित करें: रुद्राक्ष पर ताजे फूल अर्पित करें। यह भगवान शिव और दुर्गा के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है।
- मंत्र जाप करें: 9 मुखी रुद्राक्ष की पूजा करते समय निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें:
- “ॐ ह्लीं दुर्गायै नमः” – यह मंत्र देवी दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए है।
- “ॐ नमः शिवाय” – यह मंत्र भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए है।
इन मंत्रों का जाप 108 बार करें। माला का उपयोग करें तो एक-एक मंत्र का जाप करें।
- चावल और लौंग अर्पित करें: रुद्राक्ष के सामने चावल, लौंग और ताजे फूल अर्पित करें। यह पूजा का हिस्सा है और भोग अर्पित करने का तरीका है।
- फल और मिठाई अर्पित करें: पूजा के बाद रुद्राक्ष के सामने ताजे फल और मिठाई अर्पित करें। यह पूजा का समापन करता है।
- आरती और शांति पाठ: पूजा के बाद भगवान दुर्गा और शिव की आरती का पाठ करें। आप “ॐ जय शिव ओंकारा” और दुर्गा की आरती “जय दुर्गे भवानी” का पाठ कर सकते हैं। अंत में “ॐ शांति शांति शांति” का जाप करें।
- रुद्राक्ष को धारण करें: पूजा समाप्त होने के बाद रुद्राक्ष को शुद्ध करके पहन सकते हैं। इसे अंगूठी या डोरी में गले में पहन सकते हैं।
- प्रसाद वितरण: पूजा का प्रसाद अपने परिवार और मित्रों में वितरित करें।
विशेष ध्यान देने योग्य बातें:
- रुद्राक्ष को हमेशा साफ और पवित्र रखें। स्नान और भोजन के समय इसे हटा लें।
- पूजा के समय मानसिक शांति बनाए रखें और श्रद्धा से पूजा करें।
- रुद्राक्ष को नियमित रूप से शुद्ध करें और पूजा विधि का पालन करें।
9 मुखी रुद्राक्ष के लाभ:
- सभी बाधाओं से मुक्ति: यह रुद्राक्ष जीवन में आने वाली सभी प्रकार की समस्याओं, संकटों और विघ्नों को दूर करता है।
- आध्यात्मिक शक्ति: यह रुद्राक्ष व्यक्ति को मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति और आत्मविश्वास प्रदान करता है।
- शक्ति और साहस: यह रुद्राक्ष व्यक्ति को जीवन में शक्ति और साहस देता है, ताकि वह कठिन परिस्थितियों का सामना कर सके।
- धन और समृद्धि: यह रुद्राक्ष धन, सुख और समृद्धि की प्राप्ति में सहायक होता है।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार: यह रुद्राक्ष घर और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और नकारात्मकता को समाप्त करता है।
इस प्रकार, 9 Mukhi Rudraksha की पूजा विधि से आप जीवन में शांति, शक्ति, समृद्धि और सफलता प्राप्त कर सकते हैं।





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